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पुल / अवतार एनगिल

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पास
बहुत पास
सुनाई दे रही
ख़ुश्बू की आहट

पास बहुत
भटकती है
गुलमोहरी कसक

दूरी और सामीप्य में
लहरा रहा है
एक क्षण।