लक्ष्मण मस्तुरिया

| जन्म | 07 जून 1949 | 
|---|---|
| जन्म स्थान | मस्तुरी, बिलासपुर, छत्तीसगढ़, भारत | 
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| हमू बेटा भुंंइया के, गंवई-गंगा, धुनही बंसुरिया, माटी कहे कुम्हार से, सिर्फ सत्य के लिए | |
| विविध | |
| मूलतः गीतकार, मोर संग चलव रे, मैं छत्तीसगढ़िया अंब रे आदि लोकप्रिय गीतों की रचना। | |
| जीवन परिचय | |
| लक्ष्मण मस्तुरिया / परिचय | |
कविता संग्रह
- हमू बेटा भुंंइया के / लक्ष्मण मस्तुरिया (काव्य संग्रह)
 - गंवई-गंगा / लक्ष्मण मस्तुरिया (गीत संंकलन)
 - सोनाखान के आगी / लक्ष्मण मस्तुरिया (खण्डकाव्य)
 - धुनही बंसुरिया / लक्ष्मण मस्तुरिया (गीत संंकलन)
 
कुछ प्रतिनिधि कविताएँ
- नवा राज के फ़ायदा / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - पूरब दिसा ले नवा सुरुज के / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - काबर समाये रे मोर बैरी नैना मा / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - चौरा मा गोंदा रसिया / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - तरी हरी नाना रे / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - तोर लुगरा के अंचरा म / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - तोर सुरता म / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - दया मया लेजा रे मोर गाँव ले / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - धनी बिना जग लागे सुन्ना रे / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - पता देजा रे पता लेजा रे गाड़ीवाला / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - पान ठेलावाला / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - पुन्नी के चंदा मोरे गाँव मा / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - बखरी के तुमा नार बरोबर मन झूमरें / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - मंगनी मा माँगे मया नई मिले रे / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - मन डोलय रे मांघ फगुनवा / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - मोर छईयां भुईयां जय होवय तोर / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - मोर संग चलव रे / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - लहर मारे लहर बुंदियाँ / लक्ष्मण मस्तुरिया
 - वाह रे मोर पड़की मैना / लक्ष्मण मस्तुरिया