जिसे मैं जानता था अच्छी तरह
अक्सर हो ही जाती थी जिससे मुलाक़ात
और जिसे मैं कल ही मिला था
आज मिला-तो अचानक बूढ़ा लगा
मैंने कल तक नहीं देखी थी
उसके चेहरे की झुर्रियाँ
उसकी चाल की शिथिलता
उसकी बातों में घुली हुई उदासीनता
एक दिन में अगर कोई
पार नहीं कर सकता
उम्र के इतने बरस
तो कल तक
जिसे मैं जानता था अच्छी तरह
और जिससे अक्सर
हो ही जाती थी मुलाक़ात
वह कौन था?