क्या कविता कोश में केवल प्रतिष्ठित रचनाकारो की रचनाओं का ही संकलन किया जाता है?
प्रतिष्ठित रचनाकारो की रचनाएँ हिन्दी यूनिकोड में संकलित करना कविता कोश का पहला उद्देश्य है। कोश का विकास चरणबद्ध तरीके से हो रहा है। सही समय पर कोश में सभी रचनाकारों की रचनाएँ शामिल करने का प्रावधान है। इस सन्दर्भ में कविता कोश की नीतियाँ पढ लें।
क्या कविता कोश एक ई-पत्रिका है?
कविता कोश ई-पत्रिका नहीं है। यह एक कोश है जिसके स्वामी और वर्धक हम सभी हैं -आप भी! कविता कोश आपका सहयोग चाहता है -हम सब के सहयोग से ही यह खजाना बढेगा। आप कवियों की सूची में दिये गये कवियों की अधिक से अधिक रचनाओं का यूनिकरण करने में अपना योगदान दें। देखें: कविता कोश में योगदान कैसे करें। यदि आप केवल अपनी स्वयं की लिखी कविताओं के प्रकाशन के इच्छुक हैं तो कविता कोश अभी आपके लिये सही विकल्प नहीं है -इसके लिये आपको ई-पत्रिकाओं से सम्पर्क करना चाहिये। देखें: कुछ ई-पत्रिकाओं के नाम
कविता कोश में वर्तनी (Spelling) की त्रुटियाँ हैं। ऐसा क्यों?
कविता कोश के पन्नों को कोई भी बदल सकता है और नये पन्ने भी बना सकता है। सभी लोग वर्तनी की शुद्धता पर एक सा ध्यान नहीं देते और इसी कारण कोश में उपलब्ध सामग्री में त्रुटियाँ होने के आसार बढ जाते हैं। लेकिन कविता कोश में उपलब्ध सामग्री की गुणवत्ता में लगातार सुधार होता रहता है। आपसे प्रार्थना है कि यदि आप कोई त्रुटि देखें तो उसे तुरंत दूर कर दें। ऐसा करने के लिये उस पन्ने के ऊपर दिये गये Edit लिंक का प्रयोग करें।
क्या कविता कोश में रचनाएँ जोड़ने से कॉपीराइट का उलंघन नहीं होता?
विकिपीडिया की तरह, कविता कोश पूरी तरह से अव्यवसायिक जालस्थल है। कविता कोश विकि तकनीक पर आधारित है और विश्व भर से लोग इसके विकास में भाग लेते हैं। इस कोश के अस्तित्व और विकास के पीछे किसी का कोई भी आर्थिक हित नहीं है। कविता कोश का एकमात्र उद्देश्य हिन्दी काव्य को इंटरनैट पर एक जगह लाना है ताकि पूरा संसार इसका लाभ उठा सके। कोश की स्थापना के पीछे एक ही आशा है कि कोश के अस्तित्व में आने से हिन्दी काव्य का प्रचार-प्रसार तेजी से पूरे विश्व में हो सकेगा।
वर्तमान युग में इंटरनैट पर किसी भी सूचना को फैलने से रोका नहीं जा सकता। बच्चन की मधुशाला इस समय सैकडों जालस्थलों पर उपलब्ध है। हिन्दी की हज़ारो काव्य रचनाएँ इंटरनैट पर जहाँ तहाँ फैली पडी हैं। कविता कोश इन रचनाओं को एक स्थान पर लाने का एक प्रयास है। सभी रचनाकार अपनी रचनाओं को कोश में संकलित करना चाहते हैं क्योंकि इससे उनका काव्य विश्वभर में पढा और सराहा जा सकता है। जब किसी आर्थिक लाभ को लेकर रचनाओं को संकलित/प्रयोग किया जाता है तभी रचनाकारों को आपत्ति होती है। लेकिन कविता कोश की पूर्णतया अव्यवसायिक प्रकृति को देखते हुए सभी रचनाकार (और कॉपीराइट-धारक) कविता कोश जैसे संकलन से प्रसन्न ही हैं। कविता कोश के प्रशंसको में हिन्दी के बहुत से प्रख्यात रचनाकार शामिल हैं। और बहुत से रचनाकार जो अभी कोश में संकलित नहीं हैं -वे अपनी रचनाओं को कोश में संकलित करने के इच्छुक हैं।
लेकिन फिर भी यदि किसी रचनाकार/ कॉपीराइट-धारक को कोई आपत्ति है तो उनसे अनुरोध कि वह हिन्दी काव्य के प्रचार-प्रसार को ध्यान में रखते हुये, अनजाने में हुई भूलों को क्षमा कर दें। यदि कॉपीराइट-धारक को कोई आपत्ति है तो कृपया kavitakosh@gmail.com पर सूचित कर दें। जिन रचनाओं के कविता कोश में होने पर उनके कॉपीराइट-धारक आपत्ति प्रकट करेंगे उन्हें कोश से हटा दिया जाएगा।
क्या कविता कोश से किसी का कोई आर्थिक हित जुड़ा है?
कविता कोश के साथ किसी भी संस्थापक, प्रशासक, सिसओप, संपादक, सहयोगी या योगदानकर्ता का कोई भी आर्थिक हित नहीं जुडा है। कविता कोश के स्वप्न को साकार करने के लिये विश्वभर से हिन्दी-प्रेमी व्यक्ति स्वेच्छा से कोश में योगदान कर रहे हैं। कविता कोश बनाने के लिये जालस्थल की सेवा उपलब्ध कराने वाली संस्था Wikia.com कोश के जालस्थल पर कुछ विज्ञापन दिखाती है और इस तरह यह संस्था इस सेवा को मुफ़्त उपलब्ध करा पाती है।
कविता कोश की वैबसाइट सुंदर नहीं दिखती।
कविता कोश के रूप में सुधार जारी है। अभी यह केवल शुरुआत है। धीरे धीरे इसका रूप सँवरेगा। परंतु कविता कोश एक कोश है -पत्रिका नहीं। इसलिये हमारा ध्यान इसमें उपलब्ध सामग्री की मात्रा और शुद्धता पर अधिक होना चाहिये और रूप-सज्जा पर कम।
क्या कविता कोश विकिपीडिया का अंग है?
नहीं! कविता कोश विकि तकनीक पर आधारित एक जालस्थल है। इसे Wikia की ओर से दी गई जालस्थल की सेवा का प्रयोग करके ललित कुमार ने स्थापित किया है। कविता कोश विकिपीडिया जैसा दिखता ज़रूर है परन्तु यह विकिपीडिया प्रोजेक्ट का हिस्सा नहीं है।