ख़ुद अपनी आँख से
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार | विष्णु खरे |
---|---|
प्रकाशक | जयश्री प्रकाशन, दिल्ली-110032 |
वर्ष | 1980 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविता |
विधा | |
पृष्ठ | 80 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- वापस / विष्णु खरे
- कोमल / विष्णु खरे
- टेबिल / विष्णु खरे
- लौटना /विष्णु खरे
- चे / विष्णु खरे
- स्वीकार / विष्णु खरे
- डरो / विष्णु खरे
- चित्तौड़ : विहंगावलोकन / विष्णु खरे
- पंख / विष्णु खरे
- अव्यक्त / विष्णु खरे
- गर्मियों की शाम / विष्णु खरे
- हँसी / विष्णु खरे
- प्रारंभ / विष्णु खरे
- अकेला आदमी / विष्णु खरे
- मौसम / विष्णु खरे
- नर्तकी / विष्णु खरे
- वर्ष-राग /विष्णु खरे
- दिनचर्या / विष्णु खरे
- राहत / विष्णु खरे
- मृत्यु / विष्णु खरे
- अंतिम / विष्णु खरे
- कोशिश / विष्णु खरे
- अर्थ / विष्णु खरे
- अंतिम आदमी / विष्णु खरे
- दृष्टिभ्रम / विष्णु खरे
- उल्लू / विष्णु खरे
- दुःस्वप्न / विष्णु खरे
- मुकाबला / विष्णु खरे
- लड़की / विष्णु खरे
- वह / विष्णु खरे
- दोस्त / विष्णु खरे
- एक चीज़ के लिए / विष्णु खरे
- कार्यकर्त्ता / विष्णु खरे
- देर से आने वाले लोग / विष्णु खरे
- दूरबीन / विष्णु खरे
- कूकर / विष्णु खरे
- गूँगा / विष्णु खरे
- शाप / विष्णु खरे