जलील मानिकपुरी
जन्म | 1864 |
---|---|
निधन | 6 जनवरी 1946 |
उपनाम | जलील हसन 'जलील मानिकपुरी' |
जन्म स्थान | मानिकपुर, अवध। |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
जाने सुखन (1910), सरताजे सुखन (1916) | |
विविध | |
अमीर मीनाई के शिष्य। | |
जीवन परिचय | |
जलील मानिकपुरी / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- कुछ शे’र / जलील मानिकपुरी
- आँख लड़ते ही हुआ इश्क़ का आज़ार मुझे / जलील मानिकपुरी
- अच्छी कही दिल मैं ने लगाया है कहीं और / जलील मानिकपुरी
- अजीब हुस्न है उन सुर्ख़ सुर्ख़ गालों में / जलील मानिकपुरी
- अपने रहने का ठिकाना और है / जलील मानिकपुरी
- अभी से आफ़त-ए-जाँ है अदा अदा तेरी / जलील मानिकपुरी
- उन्हें आदत हमें लज़्ज़त सितम की / जलील मानिकपुरी
- उस का जल्वा जो कोई देखने वाला होता / जलील मानिकपुरी
- क़फ़स में हों कि ताइर आशियाँ में / जलील मानिकपुरी
- क्या मिला तुम को मिरे इश्क़ का चर्चा कर के / जलील मानिकपुरी
- ग़ैर उल्फ़त का राज़ क्या जाने / जलील मानिकपुरी
- चले हाए दम भर को मेहमान हो कर / जलील मानिकपुरी
- चाल ऐसी वो शोख़ चलता है / जलील मानिकपुरी
- ज़ालिम बुतों से आँख लगाई न जाएगी / जलील मानिकपुरी
- झूम कर आज जो मतवाली घटा आई है / जलील मानिकपुरी
- दिल के सब दाग़ खिले हैं गुल-ए-ख़ंदाँ हो कर / जलील मानिकपुरी
- दिल गया दिल-लगी नहीं जाती / जलील मानिकपुरी
- दिल है अपना न अब जिगर अपना / जलील मानिकपुरी
- देखा जो हुस्न-ए-यार तबीअत मचल गई / जलील मानिकपुरी
- न ख़ुशी अच्छी है ऐ दिल न मलाल अच्छा है / जलील मानिकपुरी
- नाज़ करता है जो तू हुस्न में यकता हो कर / जलील मानिकपुरी
- निगाह बर्क़ नहीं चेहरा आफ़्ताब नहीं / जलील मानिकपुरी
- बात साक़ी की न टाली जाएगी / जलील मानिकपुरी
- मज़े बेताबियों के आ रहे हैं / जलील मानिकपुरी
- मरने वाले ख़ूब छूटे गर्दिश-ए-अय्याम से / जलील मानिकपुरी
- मार डाला मुस्कुरा कर नाज़ से / जलील मानिकपुरी
- मेरी वहशत का जो अफ़्साना बनाया होता / जलील मानिकपुरी
- मोहब्बत रंग दे जाती है जब दिल दिल से मिलता है / जलील मानिकपुरी
- यूँ न टपका था लहू दीदा-ए-तर से पहले / जलील मानिकपुरी
- ये जो सर नीचे किए बैठे हैं / जलील मानिकपुरी
- ये रंग गुलाब की कली का / जलील मानिकपुरी
- रंगत ये रुख़ की और ये आलम नक़ाब का / जलील मानिकपुरी
- वस्ल में वो छेड़ने का हौसला जाता रहा / जलील मानिकपुरी
- सख़्त नाज़ुक मिज़ाज-ए-दिलबर था / जलील मानिकपुरी
- हमारा दिल वो गुल है जिस को ज़ुल्फ़-ए-यार में देखा / जलील मानिकपुरी
- हाए दम भर भी दिल ठहर न सका / जलील मानिकपुरी
- हुस्न की लाई हुई एक भी आफ़त न गई / जलील मानिकपुरी