जल ठहरा हुआ
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रचनाकार | महेश उपाध्याय |
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प्रकाशक | जनप्रिय प्रकाशन, विश्वासनगर, दिल्ली। |
वर्ष | जनवरी, 1988 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | नवगीत, ग़ज़ल |
पृष्ठ | 72 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- गीत : सही ज़मीन की तलाश / महेश उपाध्याय
- सृजन साक्षी / महेश उपाध्याय
- मनुज वैभव / महेश उपाध्याय
- धरती का सम्मान / महेश उपाध्याय
- एकता की गूँज / महेश उपाध्याय
- भू पर पैर धरो / महेश उपाध्याय
- जीवन का जलयान / महेश उपाध्याय
- फलदायी श्रम / महेश उपाध्याय
- ईमान पर चन्दन / महेश उपाध्याय
- णई मशाल जला लो / महेश उपाध्याय
- मिटा काले निशां / महेश उपाध्याय
- बिना संगठन / महेश उपाध्याय
- भारत के धाम / महेश उपाध्याय
- देश की पीठ / महेश उपाध्याय
- श्रम कौ गीत / महेश उपाध्याय
- पावस गीत-1 / महेश उपाध्याय
- पाँखी जीवन / महेश उपाध्याय
- पावस गीत-2 / महेश उपाध्याय
- सोच-विचार के / महेश उपाध्याय
- क़ैद मन / महेश उपाध्याय
- नई आवाज़ दो / महेश उपाध्याय
- मेहनत के फूल / महेश उपाध्याय
- पावस गीत-3 / महेश उपाध्याय
- पावस गीत-4 / महेश उपाध्याय
- न चाहिए अशान्ति / महेश उपाध्याय
- बीज को पत्थर न मारो / महेश उपाध्याय
- सत्य है अनमोल / महेश उपाध्याय
- सीमित आकाश / महेश उपाध्याय
- सच्चाई का गला / महेश उपाध्याय
- मार-काट का ज़हर / महेश उपाध्याय
- अपना शहर / महेश उपाध्याय
- आवारा मेघ / महेश उपाध्याय
- नाग काले नाच / महेश उपाध्याय
- कल न मिलूँगा वहाँ / महेश उपाध्याय
- अपने मकान / महेश उपाध्याय
- जल ठहरा हुआ यह / महेश उपाध्याय
- जागो भाई / महेश उपाध्याय
- अद्भुत्त दीवाली / महेश उपाध्याय
- कैसी आज़ादी / महेश उपाध्याय
- उभरता वर्ष / महेश उपाध्याय
- अगुनोरी / महेश उपाध्याय
- जीवन सतरंगी / महेश उपाध्याय
- दूरियाँ मिटाएँ / महेश उपाध्याय
- अत्याचारी आग / महेश उपाध्याय
- भ्रमित कलाकार-1 / महेश उपाध्याय
- भ्रमित कलाकार-2 / महेश उपाध्याय
- हमारी संस्कृति / महेश उपाध्याय
- कबीर की चादर / महेश उपाध्याय
- असंख्य हाथों के लिए / महेश उपाध्याय
- व्यवस्था का जल / महेश उपाध्याय
- ग़ज़लें / महेश उपाध्याय