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छोटे से मोरे मदन गोपाल (लोरी) / बुन्देली
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♦ रचनाकार: अज्ञात
सो जा बारे वीर,
- वीर की बलैयाँ ले जा यमुना के तीर
ताती-ताती पुड़ी बनाई
- ओई में डारो घी
पी ले मोरे बारे भइया
- मोरो जुड़ाय जाए जी
सो जा बारे वीर
- बीर की बलैयाँ ले जा जमुना के तीर
एक कटोरा दूध जमाओ
- और बनाई खीर
ले ले मोरे बारे भइया
- मोरो जुड़ाय जाए जी
सो जा बारे बीर
- बीर की बलैयाँ ले जा जमुना के तीर
बरा पे डारो पालना
- पीपर पर डारी डोर
सो जा मोरे बारे भइया
- मैं लाऊँ गगरिया बोर
सो जा बारे वीर,
- वीर की बलैयाँ ले जा यमुना के तीर
छोटी-छोटी गैयाँ
- छोटे-छोटे ग्वाल
छोटे से मोरे मदन गोपाल
कहाँ गईं गैयाँ, कहाँ गए ग्वाल
कहाँ गए मोरे मदन गोपाल ।
हारे गईं गैयाँ, पहाड़ गए ग्वाल
खेलन गए मोरे मदन गोपाल
का खाऎँ गैयाँ ? का खाएँ ग्वाल
का खाएँ मोरे मदन गोपाल ?
घास खाएँ गैयाँ, दूध पिएँ ग्वाल
माखन खाएँ मोरे मदन गोपाल ।
तू तो सो जा बारे वीर,
- वीर की बलैयाँ ले जा यमुना के तीर