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गुलाम मोहम्मद क़ासिर
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गुलाम मोहम्मद क़ासिर
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जन्म | 1944 |
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निधन | 1999 |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
गुलाम मोहम्मद क़ासिर / परिचय |
ग़ज़लें
- आँख से बिछड़े काजल को तहरीर बनाने वाले / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- अकेला दिन है कोई और न तन्हा रात होती है / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- बगैर उस के अब आराम भी नहीं आता / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- बन में वीराँ थी नजर शहर मे दिल रोता है / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- गलिया की उदासी पूछती है घर का सन्नाटा कहता है / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- कश्ती भी नहीं बदली दरिया भी नहीं बदला / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- जाम-ए-जम लाया है घर घर दुनिया के हालात / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- कुछ बे-तरतीब सितारों को पलकों ने किया तरूखीर तो क्या / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- नजर नजर में अदा-ए-जमाल रखते थे / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- पहले इक शख़्स मेरी ज़ात बना / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- सब रंग ना-तमाम हों हल्का लिबास हो / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- ख़ार-ए-चमन थे शबनम शबनम फूल भी सारे गीले थे / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- सोए हुए जज्बों को जगाना ही नहीं था / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- वो बे-दिली में कभी हाथ छोड़ देते हैं / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- याद अश्कों में बहा दी हम ने / गुलाम मोहम्मद क़ासिर
- यूँ तो सदा-ए-ज़ख़्म बड़ी दूर तक गई / गुलाम मोहम्मद क़ासिर