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अर्पण कर दो राम को / हनुमानप्रसाद पोद्दार
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(राग पीलू-ताल कहरवा)
अर्पण कर दो राम को बचे हुए सब श्वास।
स्मरण करो प्रभुका सदा, मनमें भर उल्लास॥
मौत मरेगी सदाको, फिर न आयगी पास।
राम-धाममें पहँच तुम बन जाओगे दास॥