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जे सबकेॅ संहारेॅ पारेॅ / नन्दलाल यादव 'सारस्वत'
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जे सबकेॅ संहारेॅ पारेॅ
एक वही तेॅ तारेॅ पारेॅ।
आह तलक नै ऐतै कहियो
जौनें जी केॅ जारेॅ पारेॅ।
राजनीति तेॅ विपदा हेनोॅ
के विपदा केॅ टारेॅ पारेॅ।
लूट-खसोटोॅ के चलती मेॅ
जौनें जत्तेॅ मारेॅ पारेॅ।
कत्तोॅ बरियोॅ-अन्यायी छै
सारस्वतोॅ नै हारेॅ पारेॅ।