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हसरतों की उडान है लोगों / सिया सचदेव

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हसरतों की उडान है लोगों
ये खुला आसमान है लोगों

हर तरफ खून क़त्ल बर्बादी
फिर भी भारत महान है लोगों

कुछ न कोई बिगाड़ पायेगा
वक़्त जब मेहरबान है लोगों

हम जहाँ पर क़याम करते है
वो ज़मीं आसमान है लोगों

ज़ख्म जो था वो भर गया लेकिन
दिल पे अब भी निशान है लोगों

उसके दिल में भी झाँक कर देखो
जिसकी मीठी ज़बान है लोगों

उनकी तस्वीर क्या बनाऊ मैं
कैनवस पर थकान है लोगों

हर मर्ज़ का ईलाज है मुमकिन
सब ग़मों का निदान है लोगों

अपने क़द का भी जायज़ा लेलो
कितनी झूठी ये शान है लोगों

मुझको दुनिया से क्या ग़रज़ है सिया
मेरा अपना जहान है लोगों