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तान बंसरीअ जी ॿुधन्दे ई / हरि दिलगीर
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तान बंसरीअ जी ॿुधन्दे ई, पाणु विञाए पाण में,
राधा ॻोले श्याम खे।
बिंदिराबन जे कुंज कुंज में, हिक हिक प्रेम वथाण में,
राधा ॻोले श्याम खे।
वणनि वलियुनि में खेत-खेत में, सावक ऐं पीलाणि में,
राधा ॻोले श्याम खे।
कोयलि जी कू-कू में ॻोले, गुल-गुल जी सुरहाणि में,
राधा ॻोले श्याम खे।
जमुना जे लह/नि में ॻोले, पाणीअ जी नीलाणि में,
राधा ॻोले श्याम खे।
ॻोले ॻोले, धकिजी टुटिजी, टुॿी ॾिए थी पाण,
राधा ॻोले श्याम खे।
राधा ॻोलियो श्याम खे।
राधा पातो श्याम खे॥