Last modified on 29 अक्टूबर 2016, at 21:36

विद्यादायिनि ‘सरस्वती’ जय / हनुमानप्रसाद पोद्दार

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:36, 29 अक्टूबर 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हनुमानप्रसाद पोद्दार |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

(राग तोड़ी-ताल त्रिताल)

विद्यादायिनि ‘सरस्वती’ जय, श्री-विभूतिदा ‘लक्ष्मी’ जय।
 ‘ललिताबा’ कल्याणकरी जय, ‘दुर्गा’ दुर्गतिनाशिनि जय॥
 मुक्तिञ्दायिनी ‘गायत्री’ जय, ‘काली’ कलुषनिकन्दिनि जय।
 जय प्रसिद्ध षड्‌‌रूपा माता, दुःख-शोक-भयहारिणि जय॥