Last modified on 18 सितम्बर 2017, at 05:16

भारत के पुकार / मनीष कुमार गुंज

Rahul Shivay (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:16, 18 सितम्बर 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= मनीष कुमार गुंज |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

चुप-चाप रहो हो भाय
लागै छै सीमा पे पुकारै-2
हमरो भारत माय, जरा चुप-चाप रहो हो भाय।

चीन के मोहलत तीन दिन
के जखनी ठोंकबै ताल
लंका दहन करलकै जेना
ओन्है करबै छाय, जरा चुप-चाप रहो हो भाय।

पाक के नीयत पाक कहां छै
रोज करै तकरार
एक दफा सपरी जैबै ते
जैतै पाक बिलाय, जरा चुप-चाप रहो हो भाय।