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भारत के पुकार / मनीष कुमार गुंज
Kavita Kosh से
चुप-चाप रहो हो भाय
लागै छै सीमा पे पुकारै-2
हमरो भारत माय, जरा चुप-चाप रहो हो भाय।
चीन के मोहलत तीन दिन
के जखनी ठोंकबै ताल
लंका दहन करलकै जेना
ओन्है करबै छाय, जरा चुप-चाप रहो हो भाय।
पाक के नीयत पाक कहां छै
रोज करै तकरार
एक दफा सपरी जैबै ते
जैतै पाक बिलाय, जरा चुप-चाप रहो हो भाय।