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उसे देखते ही / ज़िन्दगी को मैंने थामा बहुत / पद्मजा शर्मा

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मैं चाहती हूँ कि मेरे भीतर
उसे देखने की ललक
बार-बार देखने क बाद भी
पहले-पहल की तरह बनी रहे
उसे पाकर भी
उसे पाने की इच्छा हरदम बनी रहे
उसे देखते ही खिलने लगें फूल कुछ ज्य़ादा
कांटे होने लगें कुछ कम
रास्ते होने लगें छोटे

मंजि़ल लगने लगे करीब
नदियाँ पहले से अधिक भरी-भरी दिखें
उसे देखते ही दु:ख के बादल छंटने लगें

सुख के सपने आने लगें
जीने की इच्छा बलवती हो उठे
लाख मुसीबतों के बाद भी उसे देखते ही लगे
जैसे जागती आँखों का हर सपना पूरा हो गया
उसे देखते ही