अंगिका रचनाएँ
- प्राण-फूल देश-हित में चढ़ावै छी / बलभद्र नारायण सिंह 'बालेन्दु'
- प्राण-फूल देश-हित में चढ़ाबै छी! / बलभद्र नारायण सिंह 'बालेन्दु'
- है बैलोॅ केॅ लाख मारोॅ / बलभद्र नारायण सिंह 'बालेन्दु'
- आगिन जराय छै / बलभद्र नारायण सिंह 'बालेन्दु'
- झख मारै छै / बलभद्र नारायण सिंह 'बालेन्दु'