Last modified on 28 अप्रैल 2010, at 01:59

सूखा कुआँ जो मृत है / विनोद कुमार शुक्ल

सूखा कआँ तो मृत है
बहुत मरा हुआ
कि आत्‍महत्‍या करता है

अपनी टूटी मुंडेर से
अपनी गहराई भरता हुआ
कुऍं के खोदने से निकले हुए
पत्‍थरों से
जो मुंडेर बनी थी

कुएँ के तल की कुँआसी इच्‍छा
उसकी अंदरूनी गहरी
बारूद से तड़कने की
परन्‍तु अपने ही निकले हुए पत्‍थरों और मिट्टी से
भरता हुआ कुआँ
कुआँ न होने की तरफ लौट रहा है,
अब यह पलायन था कुऍं का
गॉंव पहले उजाड़ हो चुका था