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नईम
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नईम खान
जन्म | 01 जनवरी 1935 |
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निधन | 09 अप्रैल 2009 |
उपनाम | नईम |
जन्म स्थान | बुन्देलखण्ड का एक गाँव |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
पथराई आँखें, बातों ही बातों में (दोनों नवगीत-संग्रह) | |
विविध | |
शम्भुनाथ सिंह द्वारा सम्पादित ’नवगीत-सप्तक’ के एक कवि। | |
जीवन परिचय | |
नईम / परिचय |
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- लिख सकूँ तो / नईम (कविता-संग्रह)
- पथराई आँखें / नईम (कविता-संग्रह)
- बातों ही बातों में / नईम (कविता-संग्रह)
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- अपनी तो अपने से अनबन ठनी हुई है / नईम
- हम कहें वो सुनें या फिर वो कहें हम सुनें / नईम
- छोड़ो-छोड़ो चरचे अब ये बहुत पुराने / नईम
- चाहना जागी लगे खाँचा बनाने / नईम
- खड़े न रह पाये जमकर / नईम
- पांचों घी में / नईम
- नज़र लग गई है / नईम
- अब न रहे वो रूख / नईम
- समय को साधना है / नईम
- इन-उनकी / नईम
- लिखते कटते हाथ हमारे / नईम
- अपने हर अस्वस्थ समय को / नईम
- क्या कहेंगे लोग / नईम
- शामिल कभी न हो पाया मैं / नईम
- हम तुम / नईम
- हो न सके हम / नईम
- कुछ तो कहिये / नईम
- पानी उछाल के / नईम
- कुछ दिन हो लें नदी ताल के / नईम
- करतूतों जैसे ही सारे काम हो गये / नईम
- काशी साधे नहीं सध रही / नईम
- कसकी कुशल-क्षेम पूछें अब / नईम
- खून का आँसू / नईम
- पानी उछाल के / नईम
- प्यासे को पानी / नईम
- चिट्टी पत्री ख़तो / नईम
- महाकाल के इस प्रवाह में / नईम
- लगने जैसा / नईम
- पुरवइया क्वार की / नईम
- नई इबारत / नईम
- उगे नहीं सालबीज / नईम
- धूप-दिन कहाँ बाँटू / नईम
- दाग नहीं छूटे / नईम
- पहला दिन मेरे आषाढ़ का / नईम
- शाम वाली डाक से / नईम
- धुँधले प्रतिबिम्ब / नईम
- दाग़ नहीं छूटे / नईम
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