Last modified on 14 अक्टूबर 2013, at 13:17

पैंगोलिन / प्रताप सहगल

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 13:17, 14 अक्टूबर 2013 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=प्रताप सहगल |अनुवादक= |संग्रह=अंध...' के साथ नया पन्ना बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

पैंगोलिन की जीभ लम्बी होती है
पैंगोलिन की काया का कवच बड़ा मज़बूत होता है
झेल सकता है गोली की आग।
पैंगोलिन के दांत नहीं होते
फिर भी अपनी खुरदरी लम्बी जीभ से
चट कर जाता है चींटियों का वर्ग
यों पैंगोलिन
जंगल की सन्तान है
पर अब
पैंगोलिन
कहीं बड़ी इमारतों में आ बैठा है
पहचानो तो?