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मर्दा के मै शामिल होग्या, बणकै मर्द दिखाणा भाई / दयाचंद मायना

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मर्दां के मै शामिल होग्या, बणकै मर्द दिखाणा भाई
ढेठ बांध कै रहणा होगा, ना चोट पीठ पै खाणा भाई...टेक

दे भगवान तनै वो लहणा, हो हथियार मर्द का गहणा
चौबिस घण्टे हाजिर रहणा, कदे ला बैठै ना लाणा भाई...

होगे बड़े-बड़े बलवान, पृथ्वीराज नर मलखान
थी म्हारे देश की श्यान, शिवाजी, प्रताप सिंह महाराणा भाई...

सुणो हो हरफूल सिंह था जाट, ना टेकराम था घाट
श्री गोविन्द सिंह सम्राट, लड़ाकू मन तै नहीं भुलाणा भाई...

बाजे, लखमी, धनपत सिंह, अपणा खूब जमागे रंग
‘दयाचन्द’ तेरा न्यारा ढंग, प्रजा को रिझाणा भाई...