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दयाचंद मायना
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दयाचंद मायना
जन्म | 10 मार्च 1915 |
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निधन | 20 जनवरी 1993 |
जन्म स्थान | मायना, रोहतक, हरियाणा |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
दयाचंद मायना / परिचय |
रचनाएँ
- पहले आळी बात पुराणे ख्याल बदलणे होंगे / दयाचंद मायना
- पाणी आली पाणी प्यादे / दयाचंद मायना
- हाय-हाय रै जमींदारा / दयाचंद मायना
- बादळ ऊठ्या हे री सखी / दयाचंद मायना
- धुर तै धोखा करते आए / दयाचंद मायना
- माड़ी कार बुरी करणी / दयाचंद मायना
- उस ईश्वर का नाम छोड़कै जित सेवादार धुका राखे / दयाचंद मायना
- तेरा खेत लामणी आरया सै / दयाचंद मायना
- धरया सिर पाप घड़ा, क्यूं तळै खड़ा / दयाचंद मायना
- हिम्मत का हो राम हिमाती / दयाचंद मायना
- गाबरू गोरा-गोरा, बड़ा हँस खोरा छोरा / दयाचंद मायना
- प्यारा लागै बोल पणिहारी, हेरी पणिहारी / दयाचंद मायना
- चलो सूरमा रणभूमि में / दयाचंद मायना
- हाम बाट देख कै हारे / दयाचंद मायना
- ढफ ढोल बजाकै मुनियादी होनी चाहिए / दयाचंद मायना
- पहले आली बात पुराणे ख्याल बदलणे होंगे / दयाचंद मायना
- हो मेरी टाल पिताजी / दयाचंद मायना
- भूखे सोए भूखे ऊठे, मैं जाणगी म्हारै टोटा सै / दयाचंद मायना
- समझाऊं सूं तनै क्यूं हत्यारा बनै / दयाचंद मायना
- जो पहलां था ना ईब कहै सैं / दयाचंद मायना
- हे सुण नीलम, पुखराज सेठ का बेटा / दयाचंद मायना
- अगर चाहे तो मूर्ख भी विद्वान बन सकता है / दयाचंद मायना
- हाय-हाय रै जमींदार, मेरा गात चीर दिया सारा / दयाचंद मायना
- पीला हरा सफेद तिरंगा / दयाचंद मायना
- बढ़ो अगाड़ी वीर लड़न का मौका है फिलहाल / दयाचंद मायना
- लाल-लाल कहक, किसने मुझे बोल दी / दयाचंद मायना
- ले मान सजन मेरी बात / दयाचंद मायना
- लोहे कैसी छाती करलां, बज्जर जैसा गात / दयाचंद मायना
- रै तुम सुणों गोर से, वीरों की कुर्बानी / दयाचंद मायना
- चाहे हामनै सारी दुनिया रोकती रहे, / दयाचंद मायना
- हे लियो डाट जरूरी जाणे आले नै / दयाचंद मायना
- लेकै रफल मैदान म्हं उतर्या या बात नहीं सै झूठी / दयाचंद मायना
- मर्दा के मै शामिल होग्या, बणकै मर्द दिखाणा भाई / दयाचंद मायना
- हुए हाम किस कारण बरबाद / दयाचंद मायना
- बड़े प्रेम से मिलना सबसे / दयाचंद मायना
- तेरै नहीं लगैगी छींट / दयाचंद मायना
- मास्टर जी मनैं पढ़ा दिए, इब पढ़ना चाहूँ मैं / दयाचंद मायना
- निरभाग चांदड़ी तैयार हुई / दयाचंद मायना
- धर्म हार कमै जीवणा, बेकार हो सै माँ / दयाचंद मायना
- अन्दर पाछै पाईए, पहले साईन बोट पढ़ले / दयाचंद मायना
- हो धर्म पुन्न करणा चाहिए / दयाचंद मायना
- सुन्दर-सा कमरा साफ देखकै आईए / दयाचंद मायना
- बेटे के ब्याह मुकलावे की / दयाचंद मायना
- इक हिरण एक हिरणी, जंगल म्हं कलोल करैं थे / दयाचंद मायना
- खोट खता मनै दिए बता न्यू बूझै अंजना नार तनै / दयाचंद मायना
- टस-टस आँसू टपकै जेवर तारण लगी नार / दयाचंद मायना
- ना म्हारै घर गाम गुरु जी / दयाचंद मायना
- बेटे नै लपेट कै छालणे के मांह / दयाचंद मायना
- मेरा हाथ छोड़, कमजात छोड़ दे / दयाचंद मायना
- छम-छम चली सै रै रै रै / दयाचंद मायना
- हर चीज बेचते हम सौदागर अलबेले / दयाचंद मायना
- गोरी-गोरी रेशम डोरी, शरक फरांसी हो सै / दयाचंद मायना
- म्हारी सराह म्हं उतपणा के लिए / दयाचंद मायना
- मेरा हाथ छोड़, दे घात छोड़ उत्पात छोड़ / दयाचंद मायना
- ताला टूट लिया, घणा धन लूट लिया / दयाचंद मायना
- आओ-आओ हे सखी देखण चालैं / दयाचंद मायना
- बालक भीम तिसाया / दयाचंद मायना
- पहले आली बात रही ना / दयाचंद मायना
- ये भूखे गरीब बिचारे / दयाचंद मायना
- बेरोजगार गरीब बिचारे महंगाई तै डरगे / दयाचंद मायना
- देख्या करो भगवान, इस दुनियां के नजारे / दयाचंद मायना
- फर फर फर फर लहराया / दयाचंद मायना
- ये कौण सी नीति है / दयाचंद मायना
- पंजाबी, गुजरात, मराठा और मद्रासी / दयाचंद मायना
- सत्तर टेंक अचानक हमला / दयाचंद मायना
- जग जाणै अम्बर का थूक्या / दयाचंद मायना
- लिखी लड़ाई कश्मीर की / दयाचंद मायना
- हैवी टेंक तोप के गोले / दयाचंद मायना
- ओ पिया फौजी मनै, बंग्लादेश दिखा दे / दयाचंद मायना
- ढाका शहर दिखादे ओ फौजी पिया / दयाचंद मायना
- म्हारै बारोठी पै आइए / दयाचंद मायना
- ढाके आला केस देख ले / दयाचंद मायना
- ए भारत के वीर सिपाही / दयाचंद मायना
- तुम उनकी इज्जत करियो / दयाचंद मायना
- आओ रै साथी चालै / दयाचंद मायना
- गालम-गाला, थप्पड़म-थप्पड़ा / दयाचंद मायना
- दीन धर्म नै छोड़कै दुनियाँ / दयाचंद मायना
- सत के काम छोड़कै दुनिया / दयाचंद मायना
- दारू जो पीवै साजन / दयाचंद मायना
- जूआ मतना खेलै / दयाचंद मायना
- धनवान भतेरे दुनियाँ म्हं / दयाचंद मायना
- जो गरीबां नै संभालै / दयाचंद मायना
- हे जी, हे जी, ईब तै सारा जहान बदल ग्या / दयाचंद मायना
- हे भगवान दुनियाँ का टोटा दूर कद होगा / दयाचंद मायना
- ओ बाबू जी मेरी कष्ट मजूरी दे दे / दयाचंद मायना
- तेरा खेत लामणी आर्या सै ओ छोरे जमींदार के / दयाचंद मायना
- धर्या सिर पाप घड़ा, क्यूं तलै खड़ा / दयाचंद मायना
- जीवते रहे तो फेर मिलांगे / दयाचंद मायना
- पहले आले घी मक्खन / दयाचंद मायना