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आओ रै साथी चालै / दयाचंद मायना
Kavita Kosh से
आओ रै साथी चालै, दुनियां से दूर-2
प्रेम नगर चलकै बसां रै...टेक
चीज मिलज्या जो मन चाह्वै
सब तरिया दिल बहलावै
नाचै और गावै, जहाँ इन्द्र की हूर-2
खेलां-कूदां और हँसां रै...
सब सिंगार प्यार का गहणा
कर मेरे यार, मानले कहणा
चौबिस घण्टे, हरदम रहना नशे में चूर-2
आनन्द की के गल दसां रै...
एक समान समझ दिन राती
जलै जित ज्योत, तेल बिन बाती
हिम्मत का हो राम हिमाती, जाणा से जरूर-2
सफर चलन की, कमर कसां रै...
कदे खुशी कदे सोग करै सैं
‘दयाचन्द’ घणे वियोग करै सैं
ये दुनिया आले लोग करै सैं, कुणबे का गरूर-2
हाम झंझट म्हं, क्यूं फंसां रै...