ढाके आला केस देख ले, सारा बंगला देश देख ले
बैठकै सीट पै...टेक
रूप केस तेरा ढाके आला, धन माया का होग्या गाला
चाला करग्या तेरा ड्रैस
सूट पै घुटमा हुई प्रैस, गजब है छींट पै...
तुम्हीं दुर्गे देवी, तुम्हीं जगदम्बे, लोग हॉल मैं करैं थे अचम्भे,
लम्बे-लम्बे केश
कंवल-मुख दिल पै मारै ठेस, रूप स्पीट पै...
मरणा जीणा नसीबां का, सापां की फौज जोर जीभां का
इन गरीबां का भेष
पीसण म्हं साहुकार नरेश, ईंट पड़ी ईंट पै...
‘दयाचन्द’ तेरे छन्द सैं भरमा, पैर पदम माथै चन्द्रमा
ब्रह्मा, विष्णु, महेश
गिरजा पुत्र श्री गणेश, विराजो घींट पै...