बढ़ो अगाड़ी वीर लड़न का मौका है फिलहाल
हाथ दिखा दे भारत माँ के लाल...टेक
दुश्मन का सामना करना, मेरे शेर मौत से क्या डरना-2
एक रोज सबनै मरणा, इसा आज मर्या इसा काल
मेरे लाल लद्दाख डिगरज्या तू, सीमा पै कट मरज्या तू-2
इसा काम देश मैं करज्या तू, तेरी अमर रहैगी मिसाल...
जाग-2 मेरे लाल माँ तेरी जगावै, दुश्मन देर्हा बोल, नींद कैसे आवै
मेरी आजादी सोखणा चाह्वैं, रे दुष्ट चीन चण्डाल...
तू नैफा और लद्दाख पहुँच नजदीकै सै
मनैं थपेड़ी कमर, पीठ कोए छींकै सै
मनै विजय आपकी दीखै सै रे, यो ‘दयाचन्द’ का ख्याल...