भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
* [[तुम्हारी मूक अभिव्यक्ति की मुखर पहचान हूँ मैं / वंदना गुप्ता]]
* [[यूँ अपने ही नाखूनों से अपनी ही खरोंचों को खरोंचना / वंदना गुप्ता]]
* [[प्रेम का अंतिम लक्ष्य क्या सेक्स? / वंदना गुप्ता]]
* [[एक अधूरी कहानी का मौन पनघट / वंदना गुप्ता]]
* [[क्योंकि प्रेम को पाने की प्यास तो वहाँ भी उसी शिद्दत से / वंदना गुप्ता]]
* [[प्रेम कभी प्रौढ नहीं होता / वंदना गुप्ता]]
'''स्त्री विषयक'''
* [[अघायी औरतें / वंदना गुप्ता]]
* [[ॠतुस्त्राव से मीनोपाज तक का सफ़र / वंदना गुप्ता]]
* [[और कैसे कह सकते हो बहती है एक स्त्री मुझमे मुझमें लहू बनकर / वंदना गुप्ता]]* [["इतना विरोध का स्वर " / वंदना गुप्ता]]
* [[और दे दिया मुझे उपनाम विनम्र अहंकारी का / वंदना गुप्ता]]
* [[सोचना ज़रा / वंदना गुप्ता]]
* [[क्योंकि ये साहित्यिक विषय नही नहीं इसलिए "लेखनी वर्जित है" / वंदना गुप्ता]]
* [[भ्रम था या सत्य / वंदना गुप्ता]]
* [[मुझे साक्षात्कार देना नहीं आता / वंदना गुप्ता]]
* [[खरोंच / वंदना गुप्ता]]
* [[शतरंज के खेल मे शह मात देना अब मैने भी सीख लिया है / वंदना गुप्ता]]
* [[और श्राप है तुम्हेंमगर तुम्हें मगर तब तक नहीं मिलेगा / वंदना गुप्ता]]
* [[तुम्हें पूर्ण विराम / वंदना गुप्ता]]
* [[देखा है कभी राख़ को घुन लगते हुए ? / वंदना गुप्ता]]
* [[नहीं है मेरी कविता का कैनवस इतना विशाल / वंदना गुप्ता]]
* [[कागज़ ही तो काले करती हो / वंदना गुप्ता]]
* [[क्योंकि तख्ता पलट यूँ ही नहीं हुआ करते / वंदना गुप्ता]]
* [[ये मौन के ज्वालामुखी किस टंकार के इंतज़ार में हैं ??? / वंदना गुप्ता]]
* [[होती है "'लाइफ़ आफ़्टर डैथ" ' भी / वंदना गुप्ता]]
* [[लेखन के संक्रमण काल मे / वंदना गुप्ता]]
* [[क्राँति के बीज यूँ ही नहीं पोषित होते हैं / वंदना गुप्ता]]
* [[सोच की रोटी पर फ़फ़ूँद लगने से पहले / वंदना गुप्ता]]
'''दर्शन'''
* [[ओह ! मेरे किसी जन्म के बिछड़े प्रियतम / वंदना गुप्ता]]* [[प्रेम ,अध्यात्म और जीवन दर्शन / वंदना गुप्ता]]
* [[तो प्रश्न उठता है फिर पैदा ही क्यों किया वो बीज / वंदना गुप्ता]]
* [[सम्भोग से समाधि तक / वंदना गुप्ता]]
* [[दोस्ती, प्रेम और सेक्स / वंदना गुप्ता]]
* [[तब तक पहेली को सुलझाने को प्रयासरत हूँ मैं / वंदना गुप्ता]]

