भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

तीनों चीजों को लाने के लिये बिषहरी का जाना / बिहुला कथा / अंगिका लोकगाथा

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

होरे एक बहिनी गेली हे माता समुन्दर किनारे हे।
होरे दोसर बहिनी गेली माता खोजना आनय हे॥
होरे तीसरे बहिनी गेली हे माता उज्जैनी नगर हे।
होरे मांगी चांगी आन हे माता अखरा से भुस्सा हे।
होरे समुन्दर केरबोलहे माता खोजना केर पत्ता रे॥
होरे तीनों चीज आवे हे माता केलकै तैयार हे।