शिव में
शव में
अन्तर है मात्रा इकार का
(तीसरे वर्ण वार का।)
शिव —
मंगलकारी है
सुख झड़ता है!
शव —
अनिष्ट-सूचक
केवल सड़ता है!
शिव के तीन नेत्र हैं,
शव अंधा है!
कैसा गोरखधंधा है?
शिव में
शव में
अन्तर है मात्रा इकार का
(तीसरे वर्ण वार का।)
शिव —
मंगलकारी है
सुख झड़ता है!
शव —
अनिष्ट-सूचक
केवल सड़ता है!
शिव के तीन नेत्र हैं,
शव अंधा है!
कैसा गोरखधंधा है?