भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
दोस्ती / अनातोली परपरा
Kavita Kosh से
(दोस्ती / अनातोली पारपरा से पुनर्निर्देशित)
|
दोस्त ने धोखा दिया
मन में तकलीफ़ है
कष्ट है, दुख है बहुत
लेकिन इसमें ग़लती नहीं कोई
दोस्ती की
उसे मत कोस तू
सूर्योदय के पहले जब मन शान्त हो
पक्षियों का आनन्दमय कलरव सुन
और ग़लती तूने कहाँ की, यह गुन