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नेवता पठाना रास्ते से चांदो सौदागर का / बिहुला कथा / अंगिका लोकगाथा

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होरे धरती आकाश रे चांदो नेवता पठावेले रे।
होरे भोला महादेव रे चांदो नेवता पठावोले रे॥
होरे तैतीस कोट देवता हे चांदो नेवता पठावोले रे।
होरे बरने-बरने चांदो नेवता पठावोले रे॥