भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
पत्थर युग में / रमा द्विवेदी
Kavita Kosh से
(पत्थर युग में /रमा द्विवेदी से पुनर्निर्देशित)
ऐसा लगता है,जैसे हम,
पत्थर युग की ओर
धीरे-धीरे सरक रहे हैं।
अच्छा है अगर,
सब पत्थर बन जाएं,
कम से कम
ऊंच-नीच की खाई तो
पट जाएगी,
और भावनाएं इस तरह,
लहूलुहान तो नहीं होंगी।