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499 / हीर / वारिस शाह
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अड़ियो कसम मैंनूं जे यकीन करो मैं निरोल बेगरज बेदोसियां नी
जेहड़ी आप विच रमजां सुनांदियां हो नहीं जानदी मैं चापलोसियां नी
मैं तां पेकियां नूं पई याद करां पई पाउनियां नित ओसिआं नी
वारस शाह क्यों तिन्हां अराम आवे जेहड़ियां इशक दे ता विच लूसियां नी
शब्दार्थ
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