भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"जग तू मुझे अकेला कर दे / अमित" का अवतरण इतिहास

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अन्तर चयन: अन्तर देखने के लिए पुराने अवतरणों के आगे दिए गए रेडियो बॉक्स पर क्लिक करें तथा एण्टर करें अथवा नीचे दिए हुए बटन पर क्लिक करें
लिजण्ड: (चालू) = सद्य अवतरण के बीच में अन्तर, (आखिरी) = पिछले अवतरण के बीच में अन्तर, छो = छोटा बदलाव।

  • (सद्य | पिछला) 11:28, 5 अगस्त 2013Mani Gupta (चर्चा | योगदान). . (1,539 बाइट) (+1,539). . ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= अमिताभ त्रिपाठी ’अमित’ }} {{KKCatGeet}} <poem>...' के साथ नया पन्ना बनाया)