भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"जब वह निकल पड़ता है" का अवतरण इतिहास

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अन्तर चयन: अन्तर देखने के लिए पुराने अवतरणों के आगे दिए गए रेडियो बॉक्स पर क्लिक करें तथा एण्टर करें अथवा नीचे दिए हुए बटन पर क्लिक करें
लिजण्ड: (चालू) = सद्य अवतरण के बीच में अन्तर, (आखिरी) = पिछले अवतरण के बीच में अन्तर, छो = छोटा बदलाव।

  • (सद्य | पिछला) 17:34, 18 नवम्बर 2010A P (चर्चा | योगदान). . (6,337 बाइट) (+6,337). . (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=महमूद दरवेश |संग्रह= }} <poem> वह दुश्मन जो चाय पीता ह…)