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"मुश्किलें आएँगी जब, ये फैसला हो जाएगा / श्रद्धा जैन" के अवतरणों में अंतर
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− | मुश्किलें | + | मुश्किलें आएँगी जब, ये फैसला हो जाएगा |
कौन है पानी में कितने, सब पता हो जाएगा | कौन है पानी में कितने, सब पता हो जाएगा | ||
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− | दूरियाँ दिल की कभी जो, बढ़ भी जाएँ | + | दूरियाँ दिल की कभी जो, बढ़ भी जाएँ हमसफ़र |
तुम बढ़ाना इक कदम, तय फासला हो जाएगा | तुम बढ़ाना इक कदम, तय फासला हो जाएगा | ||
− | लाए थे | + | लाए थे दुनिया में क्या तुम, लेके तुम क्या जाओगे |
− | + | क्या महल, क्या रिश्ते-नाते, सब जुदा हो जाएगा | |
− | + | तुम दुआ मांगों तो दिल से और रखो उस पर यक़ीन | |
− | + | गर बुरा होना भी होगा, तो भला हो जाएगा | |
− | आरज़ू थी फूल इक, दामन में | + | आरज़ू थी फूल इक, दामन में खिल जाए मेरे |
− | + | और गर ये भी न हो तो क्या ख़ला हो जाएगा | |
− | ज़िंदगी | + | ज़िंदगी के रास्ते होते ही हैं काँटों भरे |
− | साथ | + | साथ 'श्रद्धा' भी रही तो हौसला हो जाएगा |
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13:25, 14 दिसम्बर 2010 का अवतरण
मुश्किलें आएँगी जब, ये फैसला हो जाएगा
कौन है पानी में कितने, सब पता हो जाएगा
दूरियाँ दिल की कभी जो, बढ़ भी जाएँ हमसफ़र
तुम बढ़ाना इक कदम, तय फासला हो जाएगा
लाए थे दुनिया में क्या तुम, लेके तुम क्या जाओगे
क्या महल, क्या रिश्ते-नाते, सब जुदा हो जाएगा
तुम दुआ मांगों तो दिल से और रखो उस पर यक़ीन
गर बुरा होना भी होगा, तो भला हो जाएगा
आरज़ू थी फूल इक, दामन में खिल जाए मेरे
और गर ये भी न हो तो क्या ख़ला हो जाएगा
ज़िंदगी के रास्ते होते ही हैं काँटों भरे
साथ 'श्रद्धा' भी रही तो हौसला हो जाएगा