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"मुद्दत से आँख नहीं झपकी / कुमार अनिल" के अवतरणों में अंतर

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(नया पृष्ठ: <poem>मुद्दत से आँख नहीं झपकी है कहाँ वो माँ वाली थपकी उस सुख को क्या …)
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21:58, 29 दिसम्बर 2010 का अवतरण

मुद्दत से आँख नहीं झपकी
है कहाँ वो माँ वाली थपकी

उस सुख को क्या बतलाऊँ
पापा कह कर बिटिया लपकी

आँसू बनकर फिर लाचारी
उन बूढी आँखों से टपकी

फिर आज पिता ने बच्चा बन
वर्षा के जल में छप छप की

फिर बहुत दिनों के बाद आज
हमने भी खुद से गपशप की/>