भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"घर के भीतर / ओरहान वेली" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKAnooditRachna |रचनाकार=ओरहान वेली |संग्रह= }} {{KKCatKavita‎}} Category:तुर्की भाषा …)
 
 
पंक्ति 10: पंक्ति 10:
 
कम से कम देख तो सकते हैं आप उड़ते हुए परिन्दे
 
कम से कम देख तो सकते हैं आप उड़ते हुए परिन्दे
 
चारों तरफ़ दीवालों को घूरने की बजाए
 
चारों तरफ़ दीवालों को घूरने की बजाए
 +
 +
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल'''
 
</poem>
 
</poem>

03:50, 2 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: ओरहान वेली  » घर के भीतर

सबसे अच्छी होती हैं खिड़कियाँ
कम से कम देख तो सकते हैं आप उड़ते हुए परिन्दे
चारों तरफ़ दीवालों को घूरने की बजाए

अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल