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"हरा और पीला / सर्वेश्वरदयाल सक्सेना" के अवतरणों में अंतर
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क्यों सिमटी पीली रेखा - | क्यों सिमटी पीली रेखा - |
21:54, 6 जनवरी 2011 के समय का अवतरण
चित्रकार जगदीश स्वामीनाथन के प्रति स्नेह और श्रद्धा के साथ
फैले हरे पर
क्यों सिमटी पीली रेखा -
मैंने ख़ुद को
तुम्हारी आँखों में देखा |
बाल मैं नहीं हूँ
लहराते धान का खेत में
जो कलगी बन जाऊँ
दृश्य जगत का सेत-मेत में
डंठल हूँ
इधर लेटा, उधर देता हूँ,
चारा हूँ पशुओं का
मत कहो प्रणेता हूँ |