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"दिवस शरद के / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर
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|रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल | |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल | ||
| − | |संग्रह=फूल नहीं, रंग बोलते हैं-1 / केदारनाथ अग्रवाल | + | |संग्रह=कुहकी कोयल खड़े पेड़ की देह / केदारनाथ अग्रवाल; फूल नहीं, रंग बोलते हैं-1 / केदारनाथ अग्रवाल |
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मुग्ध कमल की तरह | मुग्ध कमल की तरह | ||
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तरल ताल से | तरल ताल से | ||
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::मेरे सपने में रस पीने की | ::मेरे सपने में रस पीने की | ||
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::::प्यास जगाते ! | ::::प्यास जगाते ! | ||
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09:00, 9 जनवरी 2011 का अवतरण
मुग्ध कमल की तरह
पाँखुरी-पलकें खोले,
कन्धों पर अलियों की व्याकुल
अलकें तोले,
तरल ताल से
दिवस शरद के पास बुलाते
मेरे सपने में रस पीने की
प्यास जगाते !
