भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"क्या यह भूतल मौन रहेगा / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल |संग्रह=कुहकी कोयल खड़े पेड़ …)
 
छो ("क्या यह भूतल मौन रहेगा / केदारनाथ अग्रवाल" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)))
 
(कोई अंतर नहीं)

12:51, 9 जनवरी 2011 के समय का अवतरण

क्या यह भूतल मौन रहेगा
क्या यह अपनी कथा व्यथा भी
नहीं कहेगा

क्या यह सागर मौन रहेगा
जल अथाह क्या आह-दाह अब
और सहेगा
क्या यह बादल
इन साँसों से नहीं
बहेगा

रचनाकाल: १३-११-१९६१