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कुछेक मुकाबले में
आदमी गहरा कहीं है
(१२.०४.१९७० - १९.०४.१९७० के ‘धर्मयुग’ में दिनकर की कविता पढ़कर)
'''रचनाकाल: १८-०४-१९७०'''
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