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"लाठी में हैं गुण बहुत / गिरिधर" के अवतरणों में अंतर

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17:30, 9 जनवरी 2011 का अवतरण

लाठी में हैं गुण बहुत, सदा रखिये संग । गहरी नाली खाई जहाँ, तहां बचावे अंग । तहां बचावे अंग,