भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"समय को पी रहा मैं / केदारनाथ अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=केदारनाथ अग्रवाल |संग्रह=कुहकी कोयल खड़े पेड़ …) |
छो ("समय को पी रहा मैं / केदारनाथ अग्रवाल" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite))) |
(कोई अंतर नहीं)
|
11:58, 14 जनवरी 2011 के समय का अवतरण
समय को पी रहा मैं
पानी की तरह
जी रहा मैं जमीन में पड़ा
समय भी पी रहा मुझे
पानी की तरह
जी रहा समय
जमीन में पड़ा
रचनाकाल: ०२-११-१९७५