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"वार्ता:लाठी में गुण बहुत हैं / गिरिधर" के अवतरणों में अंतर
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16:13, 14 जनवरी 2011 का अवतरण
लाठी में गुण बहुत हैं, सदा रखिये संग । गहरि , नदी , नाली जहाँ, तहां बचावे अंग ।। तहां बचावे अंग, झपटि कुत्ता कहँ मारै ।