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मुनव्वर राना की रचनाएँ
मुनव्वर राना
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जन्म | |
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उपनाम | |
जन्म स्थान | भारत |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
मुनव्वर राना / परिचय |
- पैरों में मिरे दीद-ए-तर बांधे हुए हैं / मुनव्वर राना
- रोने में इक ख़तरा है तालाब नदी हो जाते हैं / मुनव्वर राना
- जब कभी कश्ती मिरी सैलाब में आ जाती है / मुनव्वर राना
- गले मिलने को आपस में दुआयें रोज़ आती हैं / मुनव्वर राना
- नुमाइश के लिए गुलकारियाँ दोनों तरफ़ से हैं / मुनव्वर राना
- थकी माँदी हुई बेचारिर्याँ आराम करती हैं / मुनव्वर राना
- मिट्टी में मिला दे कि जुदा हो नहीं सकता / मुनव्वर राना
- मेरी ख़्वाहिश है कि फिर से मैं फ़रिश्ता... / मुनव्वर राना