भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

दादा की तस्वीर / मंगलेश डबराल

No change in size, 18:06, 29 दिसम्बर 2007
दादा के बारे में इतना ही मालूम है
कि वे माँगनेवालों मांगनेवालों को भीख देते थे
नींद में बेचैनी से करवट बदलते थे
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,669
edits