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"औरतें / अनिल जनविजय" के अवतरणों में अंतर

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शहरों की तरह होती हैं
 
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जिन्हें
 
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तुम देखते हो
 
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13:02, 8 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण

औरतें
शहरों की तरह होती हैं

जिन्हें
जितना ज़्यादा निकट से
तुम देखते हो

उन्हें
उतना ही कम
तुम जानते हो

(1998)