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"विचार / दिनेश कुमार शुक्ल" के अवतरणों में अंतर
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18:28, 10 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण
लेकिन कैसे
निकलता है पत्थर से जल
और काँटों से फूल
और
सौ करोड़ लोगों के मौन से
कैसे पैदा होती है भाषा
शब्दों के
ढाई घर वाले गाँव में ही
बार-बार क्यों हुआ कविता का जन्म
सोचो ...
अगर संभव हो अब भी सोच पाना