भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"थे जाणो हो / सांवर दइया" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सांवर दइया |संग्रह=आखर री आँख सूं / सांवर दइया }} [[Ca…) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
{{KKRachna | {{KKRachna | ||
|रचनाकार=सांवर दइया | |रचनाकार=सांवर दइया | ||
− | |संग्रह=आखर री आँख सूं / सांवर दइया | + | |संग्रह=आखर री आँख सूं / सांवर दइया; मन-गत / सांवर दइया |
}} | }} | ||
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]] | [[Category:मूल राजस्थानी भाषा]] |
23:06, 20 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण
थे म्हांनै
जक कोनी लेवण द्यो
थे जाणो हो
जे म्हैं
आराम सूं रैवण लागग्यो तो
थांरी नींद
हराम हो जावैला !